जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित
सीतामढ़ी, 14 फरवरी 2025 – जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय की अध्यक्षता में गुरुवार देर शाम विमर्श सभा कक्ष में जिला कृषि टास्क फोर्स की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिले में रबी फसल की स्थिति, उर्वरक आपूर्ति, कृषि यंत्रीकरण, जैविक खेती प्रोत्साहन, पशुपालन योजनाओं की प्रगति, और जल संसाधनों की स्थिति पर विस्तृत समीक्षा की गई।
जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बैठक में बताया गया कि जिले में रबी फसल का आच्छादन पूर्ण हो चुका है, और किसी भी प्रकार की फसल रोग संबंधी समस्या नहीं देखी गई है। गेहूं की फसल भी संतोषजनक स्थिति में है। किसानों के लिए डीएपी उर्वरक और यूरिया की कोई कमी नहीं है। वर्तमान में जिले में यूरिया की उपलब्धता 3712 मीट्रिक टन है, जो किसानों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि उर्वरक की उपलब्धता और बिक्री पर सतत निगरानी रखी जाए ताकि किसी भी स्थिति में उर्वरक की कालाबाजारी न हो।
उर्वरक वितरण और निगरानी पर विशेष जोर
बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि उर्वरकों के वितरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि उर्वरक वितरण कृषि समन्वयकों और किसान सलाहकारों की उपस्थिति में उचित मूल्य पर किया जाए। साथ ही, सभी खुदरा उर्वरक प्रतिष्ठानों की प्रतिदिन औचक जांच की जाए ताकि किसानों को सही मूल्य पर खाद उपलब्ध हो सके।
बंद पड़े नलकूपों की मरम्मत और विद्युत आपूर्ति की समीक्षा
बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि जिले में बंद पड़े नलकूपों को जल्द से जल्द मरम्मत कर चालू किया जाए। उन्होंने विद्युत अभियंता और नलकूप अभियंता को आपसी समन्वय स्थापित कर विद्युत दोष के कारण बंद पड़े नलकूपों को शीघ्र चालू करने का निर्देश दिया। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए सुदूर खेतों तक तेज गति से विद्युत कनेक्शन प्रदान करना प्रशासन की प्राथमिकता है।
कृषि योजनाओं की समीक्षा और आत्मा योजना पर जोर
बैठक में आत्मा (कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण) योजना की भी समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि आत्मा योजना के तहत निर्धारित भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्यों को शत-प्रतिशत प्राप्त करने के लिए सभी संबंधित विभाग समन्वय स्थापित करें।
पशुपालन विभाग की समीक्षा और योजनाओं का क्रियान्वयन
बैठक में पशुपालन विभाग द्वारा संचालित कृत्रिम गर्भधारण, मैत्री केंद्र, पशु टीकाकरण, मोबाइल चिकित्सा, और सुरभि चयन श्रृंखला योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इन योजनाओं का लाभ अधिकतम पशुपालकों तक पहुंचे, इसके लिए विभाग पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करे।
गन्ना विकास, मत्स्य पालन और अन्य योजनाओं की समीक्षा
इसके अतिरिक्त, बैठक में गन्ना विकास, आत्मा, मत्स्य पालन और अन्य संबंधित विभागों की योजनाओं की भी समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों और पशुपालकों को लाभान्वित करने के लिए योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला जन संपर्क अधिकारी, और अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
निष्कर्ष:
जिला कृषि टास्क फोर्स की इस बैठक में किसानों और पशुपालकों के हितों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता और प्रभावी निगरानी के साथ किया जाए। इस बैठक के निर्णयों से किसानों और पशुपालकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी और जिले की कृषि व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी।