मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास किए गए खेल मैदानों की प्रगति पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक!

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बिहार के समस्तीपुर जिले में खेल और खेलकूद की सुविधाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास किए गए खेल मैदानों की प्रगति पर एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक जिले के जिला पदाधिकारी श्री रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित विमर्श कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में जिले के सभी प्रखंडों में निर्माणाधीन खेल मैदानों की प्रगति की समीक्षा की गई और निर्माण में उपयोग हो रही सामग्रियों की गुणवत्ता पर भी चर्चा की गई।


खेल मैदानों का महत्व और उद्देश्य

खेल मैदानों का निर्माण एक महत्वपूर्ण कदम है जो न केवल खेलकूद के क्षेत्र में सुधार लाएगा, बल्कि युवाओं को स्वस्थ और सक्रिय जीवन जीने के लिए प्रेरित करेगा। मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास किए गए इन खेल मैदानों का उद्देश्य जिले में खेलों को बढ़ावा देना और युवाओं के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इन खेल मैदानों में विभिन्न खेलों के लिए उचित इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है, ताकि जिले के बच्चों और युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का एक मंच मिल सके।


बैठक में चर्चा के प्रमुख बिंदु

बैठक में सभी प्रखंडों में निर्माण हो रहे खेल मैदानों की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई। जिले के कुल 258 पंचायतों में से 142 पंचायतों में 163 खेल मैदानों का निर्माण होना है। वर्तमान में 97 खेल मैदानों का कार्य शुरू हो चुका है, जबकि शेष बचे खेल मैदानों का प्रारंभिक कार्य पहले ही शुरू किया जा चुका है और इस सप्ताह से शेष कार्य भी प्रारंभ कर दिया जाएगा।

सामग्रियों की गुणवत्ता पर ध्यान

बैठक में एक महत्वपूर्ण बिंदु यह था कि खेल मैदानों के निर्माण में उपयोग हो रही सामग्रियों की गुणवत्ता की जांच की जाए। जिला पदाधिकारी श्री रिची पाण्डेय ने सभी तकनीकी अधिकारियों और कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे खेल मैदानों में उपयोग हो रही सामग्रियों की गुणवत्ता की जांच स्वयं करेंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि निर्माण में किसी भी प्रकार की गुणवत्ता से समझौता न हो, ताकि खेल मैदानों की लंबी उम्र और उपयोगिता बनी रहे।

निरीक्षण और रिपोर्टिंग की प्रक्रिया

बैठक में जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी निर्माणाधीन खेल मैदानों का निरीक्षण जिला स्तरीय अधिकारी स्वयं करेंगे। इसके अलावा, निरीक्षण के बाद एक विस्तृत निरीक्षण प्रतिवेदन भी तैयार किया जाएगा, जिसे संबंधित अधिकारियों को प्रस्तुत किया जाएगा। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि निर्माण कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न हो और सभी खेल मैदान उच्च मानकों के अनुरूप बनाए जाएं।


बैठक में शामिल अधिकारी

इस महत्वपूर्ण बैठक में उप विकास आयुक्त श्री मन राम, डीआरडीए निदेशक, डीपीओ मनरेगा, प्रखंड स्तरीय कार्यक्रम पदाधिकारी, कनीय अभियंता और पंचायत तकनीकी सहायक उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने बैठक में अपनी राय दी और खेल मैदानों के निर्माण में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान पर चर्चा की।


भविष्य की दिशा

जिला पदाधिकारी श्री रिची पाण्डेय ने बैठक के दौरान यह भी कहा कि खेल मैदानों का निर्माण केवल एक शुरुआत है। इसके बाद इन मैदानों का उचित रखरखाव और संचालन भी महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि इन खेल मैदानों का समुचित उपयोग किया जाए और जिले के युवाओं को इनका लाभ मिले।


खेलों के क्षेत्र में समस्तीपुर का योगदान

समस्तीपुर जिले में खेलों के क्षेत्र में कई सालों से उत्कृष्ट प्रदर्शन देखने को मिला है। जिले के विभिन्न खेलों में कई युवा खिलाड़ी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं। अब इन नए खेल मैदानों के निर्माण से जिले में खेलों का और भी विकास होगा। यह कदम न केवल जिले के युवाओं के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि खेलों को बढ़ावा देने में सरकार गंभीर है।


निष्कर्ष

मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास किए गए खेल मैदानों के निर्माण से समस्तीपुर जिले में खेलों का स्तर बढ़ेगा और जिले के युवाओं को बेहतर खेल सुविधाएं मिलेंगी। जिला पदाधिकारी श्री रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक ने यह स्पष्ट कर दिया कि जिले में खेल के मैदानों के निर्माण में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। अधिकारियों को दिए गए स्पष्ट निर्देश और गुणवत्ता की जांच की प्रक्रिया यह सुनिश्चित करेगी कि खेल मैदान उच्च मानकों पर बने और जिले के युवाओं को इसका अधिकतम लाभ मिले।

समस्तीपुर जिले में खेलों के विकास के इस प्रयास से न केवल युवाओं को स्वस्थ और सक्रिय जीवन जीने का अवसर मिलेगा, बल्कि जिले का नाम खेलों के क्षेत्र में भी रोशन होगा।

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