छात्रों की जायज मांगों को लेकर महागठबंधन का प्रतिरोध मार्च: नीतीश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन!

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दिनांक 6 जनवरी 2025 को सीतामढ़ी जिले में युवा राजद के जिला अध्यक्ष रौशन कुमार यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के साथी युवा एवं छात्र इकाई द्वारा एक विशाल प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च मेहसौल चौक से शुरू होकर कारगिल चौक तक निकाला गया और अंत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आदमकद पुतला दहन कर विरोध दर्ज किया गया। यह प्रदर्शन राज्य में लगातार हो रही परीक्षाओं के पेपर लीक, शिक्षा के गिरते स्तर और बीपीएससी में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ था।


प्रतिरोध मार्च का उद्देश्य

युवा राजद के जिला अध्यक्ष रौशन कुमार यादव ने कहा कि राज्य में परीक्षा पेपर लीक की घटनाएं छात्रों के मन में भय पैदा कर रही हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि छात्रों की जायज मांगों को पूरा नहीं किया गया तो यह आंदोलन लंबा चलेगा। यह मार्च न केवल छात्रों की समस्याओं को उजागर करने के लिए था, बल्कि सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ भी था।

बीपीएससी की अनियमितताओं पर सवाल

इस मौके पर जिला अध्यक्ष राजद के पूर्व विधायक सुनील कुमार कुशवाहा ने बीपीएससी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि छात्र शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी समस्याओं को दरकिनार कर रही है। बीपीएससी की परीक्षा में हो रही अनियमितताओं ने आयोग की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सरकार की उदासीनता पर आक्रोश

महागठबंधन के नेताओं ने राज्य सरकार पर छात्रों की समस्याओं को अनदेखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार छात्रों की जायज मांगों को पूरा करने के बजाय उन पर लाठियां बरसा रही है और ठंड के मौसम में पानी की बौछार कर रही है।

तेजस्वी यादव की सरकार का उदाहरण

जिला प्रधान महासचिव एवं पूर्व सभापति नगर परिषद मो. जलालुद्दीन खा ने कहा कि जब तेजस्वी यादव 17 महीने के लिए सरकार में थे, तब न तो कोई परीक्षा रद्द हुई और न ही कोई पेपर लीक हुआ। उन्होंने बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का वादा भी पूरा किया। उन्होंने मांग की कि बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कर पुनः आयोजित किया जाए।


प्रतिरोध मार्च में शामिल प्रमुख नेता

इस प्रतिरोध मार्च में महागठबंधन के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इनमें कांग्रेस नेता शम्स शाहनवाज, प्रदेश उपाध्यक्ष युवा राजद हरिओम शरण नारायण, प्रदेश सचिव युवा राजद जवाहर यादव, कांग्रेस युवा अध्यक्ष रोहन गुप्ता, कांग्रेस युवा नेता अफजल राणा, जिला प्रधान महासचिव महिला प्रकोष्ठ वंदना कुमारी, प्रदेश सचिव युवा राजद धर्मेंद्र यादव, वरिष्ठ नेता पूर्व प्रमुख संजय कुमार, मो. नासिर, शाहबाज खान, पंचायत समिति सदस्य रोशन यादव, विष्णु यादव, छात्र प्रदेश उपाध्यक्ष सोनू खा, विक्की यादव, नियाजउद्दीन खा, दयान खान, युवा राजद मीडिया प्रभारी मो. नसीम, अरविंद मंडल, रामबाबू यादव, संतोष कुमार, सरोज कुमार, रॉकी यादव, हितेश कुशवाहा, मुन्ना कुमार, राकेश यादव, रितेश कुशवाहा आदि शामिल थे।


सरकार के प्रति चेतावनी

महागठबंधन के नेताओं ने सरकार को आगाह किया कि यदि छात्रों की मांगों को तुरंत पूरा नहीं किया गया तो यह आंदोलन और व्यापक होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की उदासीनता के चलते पूरे बिहार में चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।


निष्कर्ष

यह प्रतिरोध मार्च छात्रों की समस्याओं और राज्य में शिक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करने के लिए था। महागठबंधन ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह छात्रों की जायज मांगों के समर्थन में है और सरकार की नीतियों के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा। छात्रों और युवाओं की यह आवाज अब केवल सीतामढ़ी तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि पूरे बिहार में गूंजेगी।

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