सीतामढ़ी: फाइलेरिया के खिलाफ ‘सर्वजन दवा सेवन अभियान’ को लेकर जिलाधिकारी ने की मीडिया कार्यशाला की अध्यक्षता

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दिनांक: 8 फरवरी 2025, सीतामढ़ी

फाइलेरिया जैसी लाईलाज बीमारी से बचाव के लिए सीतामढ़ी जिले में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिला प्रशासन ने 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत करने की घोषणा की है, जिसके तहत फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन सभी व्यक्तियों के लिए अनिवार्य किया जाएगा, चाहे वे स्वस्थ हों या रोगग्रस्त। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियों की टीम ने मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें जिलाधिकारी रिची पांडेय ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

फाइलेरिया क्या है और क्यों जरूरी है दवा का सेवन?

फाइलेरिया एक परजीवी रोग है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। इस बीमारी का संक्रमण हाथीपांव या हाइड्रोसील जैसी गंभीर सूजन के रूप में सामने आता है, जो 5-10 वर्षों के बाद दिखाई देता है। फाइलेरिया को ठीक करना संभव नहीं है, लेकिन इससे बचाव के लिए समय-समय पर दवा का सेवन जरूरी है। इस संदर्भ में, सीतामढ़ी जिले में 10 फरवरी से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करें और इस गंभीर बीमारी से बचाव किया जा सके।

जिलाधिकारी की अपील और कार्यशाला का आयोजन

सीतामढ़ी में आयोजित मीडिया कार्यशाला में जिलाधिकारी रिची पांडेय ने इस अभियान के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया रोधी दवाएं केवल रोगग्रस्त व्यक्तियों के लिए नहीं, बल्कि स्वस्थ व्यक्तियों के लिए भी जरूरी हैं। यह दवा किसी भी हालत में खाली पेट नहीं ली जानी चाहिए, क्योंकि इससे कुछ प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं। हालांकि, इन प्रभावों से घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ये प्रभाव सामान्यतः कुछ समय बाद स्वयं समाप्त हो जाते हैं।

जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि अभियान के पहले तीन दिन स्कूलों में दवा खिलाने का काम किया जाएगा। इसके लिए सभी स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है कि वे बच्चों को समय पर मध्याहन भोजन परोसे ताकि दवा का सेवन सही तरीके से हो सके।

मीडिया का सहयोग और जन जागरूकता

जिलाधिकारी ने मीडिया से अपील की कि वे इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सक्रिय सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मीडिया के सकारात्मक योगदान से ही जिले के सभी निवासियों को फाइलेरिया रोधी दवाओं के महत्व और सेवन के तरीके के बारे में सही जानकारी मिल सकती है।

सर्वजन दवा सेवन अभियान का लक्ष्य और तैयारी

सीतामढ़ी जिले की कुल आबादी करीब 42 लाख है, जिसमें से 37 लाख से अधिक लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाएं दी जाएंगी। सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार ने जानकारी दी कि अभियान के दौरान डीईसी (Diethylcarbamazine) और एल्बेंडाजोल (Albendazole) की गोली दी जाएगी। हालांकि, यह दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती माताओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को नहीं दी जाएगी।

अभियान को 17 कार्य दिवसों में विभाजित किया गया है, और इसके लिए कुल 1612 आशा कार्यकत्रियों और 160 पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, रैपिड रिस्पांस टीम का गठन सभी प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों में किया गया है, जो किसी भी अप्रत्याशित स्थिति का सामना करने के लिए तत्पर रहेगी।

शहरी क्षेत्रों में दवा वितरण की व्यवस्था

सीतामढ़ी जिले के शहरी क्षेत्रों में भी फाइलेरिया के प्रकोप के संकेत मिले हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया गया है कि यहां भी दवाओं का वितरण उचित तरीके से किया जाए। इस कार्य के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और वालंटियरों को दवाएं खिलाने का जिम्मा सौंपा गया है। शहरी क्षेत्रों में दवा वितरण की निगरानी के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि कोई व्यक्ति दवा से वंचित न रहे।

जिले में जन जागरूकता और तैयारी

अभियान की सफलता के लिए जिले में व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया गया है। 17 प्रखंडों और एक शहरी क्षेत्र में दवा वितरण की तैयारी पूरी हो चुकी है। इसके साथ ही, मदरसा छात्रों और मौलवियों को भी इस अभियान के प्रति जागरूक किया गया है। जीविका समूहों की बैठकें आयोजित कर उन्हें स्वयं और अपने आसपास के लोगों को दवा खिलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

इस अभियान के दौरान 22 से अधिक विभागों को समन्वय के लिए जिम्मेदारी दी गई है, ताकि हर स्तर पर इस कार्य को सही ढंग से अंजाम दिया जा सके।

मुख्य स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति और योगदान

इस महत्वपूर्ण अभियान में सीतामढ़ी जिले के विभिन्न स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय रूप से शामिल हैं। सीएस डॉ. अखिलेश कुमार, डीपीआरओ कमल सिंह, एसीएमओ डॉ. जेड जावेद, डीपीएम आशित रंजन, डीएमएनई संतोष कुमार, और कई अन्य स्वास्थ्य कर्मी इस अभियान की सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके अलावा, पीरामल से प्रभाकर कुमार, रोहित कुमार, दुर्गा प्रसाद सिंह, और सिफार के प्रतिनिधियों ने भी इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

निष्कर्ष

फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए सीतामढ़ी जिले में शुरू किया गया ‘सर्वजन दवा सेवन अभियान’ एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान के माध्यम से जिले के नागरिकों को फाइलेरिया से बचने के लिए आवश्यक जानकारी और दवाएं प्रदान की जा रही हैं। यह अभियान न केवल स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है, बल्कि समाज के सभी वर्गों को एकजुट करके इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई को सफल बनाने का अवसर भी है।

सीतामढ़ी जिले में चल रहे इस अभियान के माध्यम से, यह उम्मीद जताई जा रही है कि जिले के सभी नागरिक फाइलेरिया से बचाव के लिए दवाओं का सेवन करेंगे, जिससे जिले को इस खतरनाक बीमारी से मुक्त किया जा सके।

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