स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर किसी भी क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सीधे प्रभावित करता है। जब स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता होती है, तो उसे प्राथमिकता के तौर पर लिया जाता है। हाल ही में, सीतामढ़ी जिले के सदर अस्पताल के एम०सी० एच० बिल्डिंग में जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय ने सिविल सर्जन, अस्पताल उपाधीक्षक तथा अन्य वरीय अधिकारियों और चिकित्सकों के साथ रोगी कल्याण समिति की बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सदर अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाना था, ताकि अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके और उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके।
बैठक की मुख्य बातें :-
- सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था पर जिलाधिकारी का कड़ा रुख: बैठक में जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय ने सदर अस्पताल में मिल रही शिकायतों पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि स्वास्थ्य व्यवस्था में तत्काल सुधार किया जाए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जाए, ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में काम करने वाले सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने कर्तव्यों को पूरी प्रतिबद्धता, संवेदनशीलता और सेवा भाव से निभाएं, ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके।
- PSA प्लांट और अन्य आवश्यक सुधार: बैठक में जिलाधिकारी ने 1000 एलपीएम का PSA प्लांट शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए। PSA प्लांट का उद्देश्य अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुनिश्चित करना है, जो कोविड-19 महामारी के दौरान बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ था। इसके साथ ही, उन्होंने अस्पताल परिसर के विभिन्न हिस्सों में सुधार की दिशा में कदम उठाने की बात की। उदाहरण के तौर पर, ओपीडी भवन के ऊपर गार्ड और एंबुलेंस कर्मियों के रहने के लिए शेड का निर्माण, अस्पताल परिसर में नाला उड़ाही और ऊंचाकरण, एंबुलेंस पार्किंग के लिए शेड का निर्माण, और अस्पताल की सुरक्षा के लिए सशस्त्र सुरक्षा गार्ड की प्रतिनियुक्ति के निर्देश दिए गए।
- स्वच्छ भारत अभियान और कायाकल्प 2024-25: जिलाधिकारी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत अस्पताल में सफाई और कायाकल्प कार्यों को तेज करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को बेहतर वातावरण प्रदान करने के लिए अस्पताल के विभिन्न हिस्सों में सफाई कार्यों और नवीनीकरण की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, कायाकल्प 2024-25 के तहत मैराथन दौड़ और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अस्पताल में सफाई और स्वास्थ्य जागरूकता का प्रचार-प्रसार करने की योजना बनाई गई।
- सदर अस्पताल को दलालों से मुक्त करने की दिशा में कदम: जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि सदर अस्पताल को दलालों के चंगुल से मुक्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की दलाली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उन्हें चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दिशा में किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ जिम्मेदारी तय की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
- चिकित्सकों की समय पर ड्यूटी और रोस्टर का पालन: जिलाधिकारी ने चिकित्सकों को समय पर अस्पताल आने और रोस्टर के अनुसार अपनी ड्यूटी निभाने के निर्देश दिए। उन्होंने उपाधीक्षक को यह भी निर्देश दिया कि जो चिकित्सक समय पर अस्पताल नहीं पहुंचते, उनके खिलाफ रिपोर्ट की जाए। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का पूरा लाभ मरीजों को मिले, और चिकित्सकों को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा से करना चाहिए।
- मरीजों से मुलाकात और फीडबैक: बैठक के बाद जिलाधिकारी ने सदर अस्पताल के पीकू और आईसीयू वार्ड का निरीक्षण किया। इसके साथ ही, उन्होंने नवनिर्मित मॉडल अस्पताल का भी निरीक्षण किया और उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं और इलाज की स्थिति के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि मरीजों को हर प्रकार की सुविधा मिल सके और उनका इलाज सही तरीके से किया जाए।
बैठक में चर्चा किए गए अन्य महत्वपूर्ण बिंदु :-

- मॉडल अस्पताल के उत्तरी भाग के पेड़ों की कटाई: अस्पताल के उत्तरी हिस्से में पेड़-पौधों की कटाई के लिए वन विभाग से समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया। यह कदम अस्पताल परिसर के सौंदर्यकरण और सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
- पीकू, आईसीयू और पोस्टमार्टम के लिए बैठने की व्यवस्था: जिलाधिकारी ने पीकू, आईसीयू और पोस्टमार्टम के लिए परिजनों के बैठने के लिए शेड और चबूतरे का निर्माण करने के निर्देश दिए, ताकि परिजनों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
- मोर्चरी बॉक्स का वितरण: मोर्चरी बॉक्स को स्थानीय लोगों को मुफ्त उपलब्ध कराने के लिए स्वयंसेवी संस्था को चिन्हित करने की योजना बनाई गई। यह कदम मरीजों और उनके परिजनों के लिए एक महत्वपूर्ण सहायता साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय द्वारा आयोजित यह बैठक सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। अस्पताल के अधिकारियों को दिए गए निर्देशों से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दे रहा है और मरीजों के हित में आवश्यक कदम उठा रहा है। अस्पताल में सुधार के लिए उठाए गए कदम जैसे PSA प्लांट का चालू करना, अस्पताल में सफाई और कायाकल्प कार्यों को तेज करना, दलालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, चिकित्सकों की समय पर ड्यूटी और मरीजों से फीडबैक लेना, ये सभी कदम सीतामढ़ी के नागरिकों के लिए अच्छे स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।
इस बैठक से यह भी सिद्ध होता है कि जब प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और संवेदनशीलता से निभाता है, तो स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार संभव होता है और मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकता है। अब यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम इस दिशा में किए गए प्रयासों का समर्थन करें और अस्पतालों में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में मदद करें।