स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए वार्ड परिषदों का हुआ उन्मुखीकरण
सीतामढ़ी में स्वास्थ्य सेवाओं की नई पहल
स्वास्थ्य सुविधाएं किसी भी समाज के विकास का आधार होती हैं। यह न केवल नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाती हैं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास में भी सहायक होती हैं। सीतामढ़ी नगर निगम ने राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। गुरुवार को नगर निगम सभागार में आयोजित एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी और सुलभ बनाने के लिए विस्तृत चर्चा की गई।
इस कार्यशाला में नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पांडेय, मेयर रौनक जहां, डिप्टी मेयर आशुतोष कुमार, एसीएमओ डॉ. जेड जावेद, जिला परिषद अध्यक्षा अदिति कुमारी सहित सभी वार्ड पार्षदों ने भाग लिया। कार्यशाला का उद्देश्य शहरी क्षेत्र में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी देना और उन्हें और अधिक सुदृढ़ बनाना था।
सीतामढ़ी में स्वास्थ्य सुविधाओं का मौजूदा ढांचा
सीतामढ़ी में स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। जिला अस्पताल और डुमरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा सात शहरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी कार्यरत हैं। इन केंद्रों पर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की जांच और उपचार की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाएं
- गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच
- 130 से अधिक प्रकार की दवाओं की उपलब्धता
- पैथोलॉजिकल जांच की सुविधा
- टीबी, कैंसर, फाइलेरिया, बीपी, और शुगर जैसी बीमारियों की जांच और उपचार
इन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिनके तहत सभी स्वास्थ्य केंद्रों को पूरी तरह से विकसित किया जा रहा है।
कार्यशाला में दी गई जानकारी
नगर आयुक्त द्वारा दी गई जानकारी
कार्यशाला को संबोधित करते हुए नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को घर के पास उपलब्ध कराने के लिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने बताया कि जिन स्वास्थ्य केंद्रों के पास सरकारी भवन नहीं हैं, उनके लिए भूमि उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
परिवार नियोजन पर विशेष बल
पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीड दुर्गा प्रसाद सिंह ने कार्यशाला में परिवार नियोजन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने अस्थायी परिवार नियोजन साधनों की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी और वार्ड पार्षदों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र के लोगों को इन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें।
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान
कार्यशाला में वीडीसीओ प्रिंस कुमार और पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीड रोहित कुमार ने फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की जानकारी दी। उन्होंने 10 फरवरी से शुरू होने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में सहयोग करने की अपील की।
शहरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की विशेषताएं

शहरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत बनकर उभरे हैं। इन केंद्रों का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूर न जाना पड़े।
सुविधाएं
- प्रसव और प्रसव पूर्व देखभाल
- बाल स्वास्थ्य सेवाएं
- पोषण संबंधी परामर्श
- नियमित स्वास्थ्य जांच
- गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और उपचार
- टीकाकरण सेवाएं
स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
सरकार इन केंद्रों को सुदृढ़ करने और उनकी सेवाओं का विस्तार करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।
वार्ड पार्षदों की भूमिका
कार्यशाला में वार्ड पार्षदों को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि वे अपने वार्ड के लोगों को शहरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सेवाओं के बारे में जागरूक करें। साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि इन केंद्रों पर सभी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हों।
परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण
परिवार नियोजन न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामुदायिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। कार्यशाला में इसके महत्व पर चर्चा करते हुए बताया गया कि शहरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर अस्थायी परिवार नियोजन साधन जैसे कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां और अन्य सेवाएं उपलब्ध हैं।
परिवार नियोजन के फायदे
- मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी
- आर्थिक स्थिरता
- स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव में कमी
- महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार
फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में प्रयास
फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के उन्मूलन के लिए कार्यशाला में विशेष चर्चा की गई। बताया गया कि 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसमें सभी नागरिकों से दवा सेवन की अपील की गई।
नागरिकों के लिए संदेश
इस कार्यशाला के माध्यम से नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को यह संदेश दिया कि वे स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए जागरूक रहें।
जागरूक नागरिक बनें
- अपने वार्ड में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी लें।
- शहरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठाएं।
- परिवार नियोजन और फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी करें।
निष्कर्ष
सीतामढ़ी नगर निगम द्वारा आयोजित यह कार्यशाला स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि नागरिकों को उनके घर के पास ही बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी। यह पहल न केवल सीतामढ़ी बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल बन सकती है।
अगर इस तरह की पहल को हर शहर और गांव में लागू किया जाए, तो भारत को स्वस्थ और सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा सकता है।