लखनऊ नगर निगम: सफाई कर्मी महिला के साथ उत्पीड़न और वेतन विवाद का बड़ा मामला उजागर!

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लखनऊ।
लखनऊ नगर निगम के अंतर्गत जोन-6 के सेक्टर P दुबग्गा सब्जी मंडी में सफाई का कार्य करने वाली महिला सफाई कर्मी रजनी और उसके पति सचिन के साथ दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का एक गंभीर मामला सामने आया है। महिला ने सफाई सुपरवाइजर मोहित रावत पर तीन महीने की बकाया सैलरी न देने, अश्लील बातें करने, गाली-गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है।


मामले की शुरुआत

रजनी और उसके पति सचिन पिछले चार महीनों से दुबग्गा सब्जी मंडी में सफाई का काम कर रहे थे। उनके अनुसार, उन्हें हर महीने 8,000 रुपये वेतन दिया जाना था। हालांकि, सुपरवाइजर ने केवल एक महीने की सैलरी दी और बाकी तीन महीने की सैलरी देने से मना कर दिया।

महिला ने बताया कि जब उसने अपनी मेहनत की कमाई मांगी, तो सुपरवाइजर ने न केवल सैलरी देने से इनकार किया, बल्कि उसे और उसके पति को गालियां दीं और फोन पर अश्लील बातें कीं।


सुपरवाइजर पर गंभीर आरोप

रजनी ने आरोप लगाया है कि सुपरवाइजर मोहित रावत न केवल सैलरी रोकने का दोषी है, बल्कि वह काम के दौरान महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करता है। रजनी ने बताया कि सुपरवाइजर उसे और अन्य महिला कर्मियों को गलत नीयत से देखता था और उनके साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता था।

रजनी के अनुसार, सुपरवाइजर ने उसे मंडी के पीछे जंगल में बुलाकर धमकाने की कोशिश की। रजनी ने बताया कि उसके पास सुपरवाइजर के साथ हुई बातचीत का ऑडियो रिकॉर्डिंग भी है, जिसमें सुपरवाइजर की धमकियां और अश्लील बातें स्पष्ट रूप से सुनी जा सकती हैं।


मेहनत के बावजूद वेतन न मिलने की पीड़ा

रजनी और उसके पति सचिन ने चार महीने तक पूरी ईमानदारी और मेहनत से काम किया। इसके बावजूद उन्हें केवल एक महीने की सैलरी दी गई। रजनी ने बताया कि वे दोनों हर दिन सुबह से शाम तक मंडी की सफाई करते थे।

“हमने अपनी पूरी मेहनत लगाई, लेकिन सुपरवाइजर ने हमारी सैलरी रोक दी। जब हमने अपनी सैलरी मांगी, तो उसने हमें गालियां दीं और धमकियां दीं।”


महिला का साहस और न्याय की गुहार

रजनी ने नगर निगम के आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। उसने बताया कि सुपरवाइजर के दुर्व्यवहार के कारण वह और उसका परिवार मानसिक तनाव में हैं।

रजनी ने कहा, “हमारी मेहनत की कमाई हमारा हक है। नगर निगम के अधिकारियों को हमारी समस्या पर ध्यान देना चाहिए। अगर हमें न्याय नहीं मिला, तो हम आगे की कार्रवाई करेंगे।”


नगर निगम की भूमिका पर सवाल

यह मामला लखनऊ नगर निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सफाई कर्मियों को समय पर वेतन न मिलना और उनके साथ दुर्व्यवहार होना एक गंभीर समस्या है।

नगर निगम के आला अधिकारियों को इस मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।


पीड़ित महिला का बयान

रजनी ने कहा, “सुपरवाइजर ने मुझे और मेरे पति को जान से मारने की धमकी दी। उसने मुझे गालियां दीं और फोन पर अश्लील बातें कीं। मुझे न्याय चाहिए।”

रजनी ने यह भी बताया कि वह अपनी समस्या को लेकर अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है।


आगे की कार्रवाई की मांग

यह मामला केवल रजनी और उसके पति का नहीं है, बल्कि यह उन सभी सफाई कर्मियों की समस्या है, जिन्हें समय पर वेतन नहीं मिलता और जो दुर्व्यवहार का शिकार होते हैं।

नगर निगम के आला अधिकारियों को चाहिए कि वे इस मामले की गंभीरता को समझें और दोषी सुपरवाइजर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।


समाप्ति

यह घटना समाज और प्रशासन के लिए एक बड़ा सबक है। मेहनतकश सफाई कर्मियों के साथ न्याय होना चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान समय पर किया जाना चाहिए।

पीड़ित महिला रजनी और उसके पति सचिन को न्याय मिलेगा या नहीं, यह आने वाले दिनों में पता चलेगा। फिलहाल, सभी की नजरें नगर निगम के अधिकारियों की कार्रवाई पर टिकी हैं।

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