लखीमपुर खीरी: पलिया कलां में नशे के कारोबार ने पूरे इलाके को अपने शिकंजे में कस लिया है। इस छोटे से कस्बे में धड़ल्ले से चल रहे स्मैक के व्यापार ने न केवल युवाओं की जिंदगी को बर्बाद कर दिया है, बल्कि यह समाज की नींव को भी कमजोर कर रहा है। पलिया कोतवाली से महज कुछ कदमों की दूरी पर यह अवैध कारोबार बखूबी फल-फूल रहा है, और इसकी जड़ें इतनी मजबूत हो चुकी हैं कि पुलिस के तमाम प्रयास भी इसे रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
पलिया नगर पालिका और मेवा की बाग में नशे का बाजार
पलिया नगर पालिका के किसान नंबर 02 में स्थित मेवा की बाग में सुबह से ही जुआ और स्मैक की बिक्री शुरू हो जाती है। यहां के स्थानीय निवासी स्मैक का कारोबार करने वाले मुख्य लोग हैं: किंग मनी, गोल्ड बिल्डिंग के रहने वाले बिहारी, शानू, चमन चौराहा के निवासी अमर और मोहित, जो अलग-अलग स्थानों पर इस घातक नशे की बिक्री करते हैं। ये लोग स्मैक को चुपके-चुपके बेचते हैं, और यदि पुलिस सख्ती से कार्रवाई करती है तो कई नए चेहरे सामने आते हैं जो इस कारोबार में लिप्त होते हैं।
पुलिस की कार्रवाई और नशे के सौदागरों का बढ़ता नेटवर्क
हाल ही में, बाल्मीकि मोहल्ला के रजत बाल्मीकि की शादी नेपाल से हुई थी। शादी के कुछ ही महीनों बाद, रजत ने स्मैक का सेवन करना शुरू कर दिया, जिसके कारण उसके घर पर रोज़ स्मैक खरीदने और बेचने वालों की भीड़ जमा होने लगी। रजत की पत्नी ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए वीडियो में बताया कि उसका पति स्मैक खरीदता और बेचता है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस कारोबार का नेटवर्क कितना फैल चुका है।
समाज में नशे की बढ़ती समस्या
नशा एक गंभीर सामाजिक समस्या बन चुका है, और खासकर युवा पीढ़ी इस जाल में बुरी तरह फंस चुकी है। नशे के बढ़ते प्रचलन से कई परिवारों की जिंदगियां बर्बाद हो रही हैं। युवा वर्ग इस लत का शिकार हो रहा है, और इससे समाज में गिरावट आ रही है। हालांकि पुलिस समय-समय पर अभियान चलाती है, लेकिन नशे के सौदागरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई में कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है।
अवैध कारोबारी पुलिस को चकमा देकर अपने काम को जारी रखते हैं, और युवा पीढ़ी को इस गहरे अंधेरे रास्ते पर धकेलने में लगे रहते हैं। यह बहुत दुखद है कि नशे के कारोबार में वृद्धि के बावजूद पुलिस इस समस्या को रोकने में सक्षम नहीं हो पा रही है। इसके परिणामस्वरूप युवा अपनी पूरी जिंदगी इस नशे में गवा रहे हैं।
समाज के लोगों की भूमिका: नशे के कारोबार पर कड़ी नजर
समाज में इस समस्या के समाधान के लिए केवल पुलिस ही जिम्मेदार नहीं हो सकती। समाज के हर व्यक्ति को इसमें अपनी भूमिका निभानी होगी। अगर हर कोई इस गंभीर मुद्दे पर नजर रखे और इसके खिलाफ आवाज उठाए, तो नशे के इस जाल को तोड़ा जा सकता है। जागरूकता, शिक्षा और बेहतर पुलिसिंग के साथ यह संभव है कि हम इस नशे के बढ़ते कारोबार पर काबू पा सकें और युवाओं को इस अंधेरे रास्ते से बचा सकें।