जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी श्री रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित विमर्श कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ पुनरीक्षण अवधि और सतत अद्यतन अवधि में प्राप्त दावा एवं आपत्तियों पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक की शुरुआत में, जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। इसके पश्चात, विधानसभा वार दावा और आपत्तियों के संबंध में विस्तृत जानकारी साझा की गई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 के लिए कुल 71,346 नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। वहीं, मृत और दोहरी प्रविष्टि वाले 18,614 लोगों के नाम मतदाता सूची से विलोपित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, नाम, पता या अन्य संशोधन हेतु 40,718 लोगों के आवेदन स्वीकृत किए गए हैं।
सीतामढ़ी जिले की स्थिति
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने यह भी अवगत कराया कि सीतामढ़ी जिले की मतदाता सूची का जेंडर रेशियो बिहार राज्य के औसत से कम है। इस पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने सभी निर्वाचक निबंधन अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 18 से 19 आयु वर्ग के युवाओं और छूटे हुए महिला मतदाताओं पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि इन वर्गों के लिए नाम जोड़ने हेतु विशेष अभियान चलाया जाए।
बीएलओ और एईआरओ की भूमिका
बैठक में निर्देश दिया गया कि सभी बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) और एईआरओ (सहायक निर्वाचक निबंधन अधिकारी) के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित की जाए ताकि जेंडर रेशियो में सुधार हो सके। सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया कि वे अपने बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) को सक्रिय करें और बीएलओ के साथ मिलकर इस कार्य में सहयोग करें।
बैठक की मुख्य बातें
1. नए मतदाताओं का नामांकन:
- कुल 71,346 नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए।
- 18 से 19 आयु वर्ग के युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
2. मृत और दोहरी प्रविष्टियों का विलोपन:
- 18,614 नाम मतदाता सूची से हटाए गए।
3. संशोधन आवेदनों की स्वीकृति:
- 40,718 आवेदन स्वीकृत किए गए।
4. जेंडर रेशियो में सुधार:
- सीतामढ़ी जिले का जेंडर रेशियो बिहार राज्य के औसत से कम।
- महिला मतदाताओं को जोड़ने के लिए विशेष अभियान।
5. राजनीतिक दलों का सहयोग:
- बीएलए को सक्रिय करने का अनुरोध।
- बीएलओ के साथ मिलकर काम करने की अपील।
भविष्य की योजना
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि निर्वाचन प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता और समावेशिता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक अभियान चलाए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि सभी निर्वाचक निबंधन अधिकारी समय-समय पर बीएलओ के साथ बैठक करें और निर्वाचन प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाएं।
बैठक में उपस्थिति
इस बैठक में सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी और सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक का समापन जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाएं और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी योग्य मतदाता मतदाता सूची से वंचित न रहे।
निष्कर्ष
इस बैठक ने जिले में निर्वाचन प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। यह उम्मीद की जाती है कि इन प्रयासों से न केवल जेंडर रेशियो में सुधार होगा बल्कि युवाओं और महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ेगी।
जिला प्रशासन के इस पहल से लोकतंत्र को और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी और अधिक से अधिक लोगों को मतदान प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर मिलेगा।