पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
14 फरवरी 2024 को समाहरणालय सीतामढ़ी के जन संपर्क प्रशाखा द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी श्री रिची पाण्डेय ने की। बैठक में जिला गंगा समिति, जिला पर्यावरण समिति एवं एकल उपयोग प्लास्टिक पर रोकथाम से संबंधित टास्क फोर्स के विभिन्न सदस्य उपस्थित थे।
बैठक में मुख्य रूप से सीतामढ़ी जिले से होकर बहने वाली गंगा की सहायक नदियों – बागमती नदी एवं लखनदेई नदी – की धारा को अवरोध रहित एवं प्रदूषण मुक्त बनाए रखने पर चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त, एकल उपयोग प्लास्टिक पर रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाने पर भी जोर दिया गया।
बैठक के मुख्य बिंदु
1. गंगा एवं उसकी सहायक नदियों की सफाई
गंगा और उसकी सहायक नदियों में गिरने वाले कचरे को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही गई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सीतामढ़ी जिले के सभी नगर निकायों को यह निर्देश दिया जाए कि वे गंदे नालों का पानी सीधे नदी में जाने से रोकने हेतु आवश्यक उपाय करें। इसके लिए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना को प्राथमिकता दी जाएगी।
2. गंगा किनारे वृक्षारोपण अभियान
पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण को बढ़ावा देने पर भी बैठक में जोर दिया गया। गंगा और सहायक नदियों के किनारे अधिक से अधिक पौधे लगाने हेतु सभी विभागों को निर्देशित किया गया।
3. पुराने घाटों का जीर्णोद्धार
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के किनारे स्थित पुराने घाटों का पुनर्निर्माण एवं जीर्णोद्धार किया जाएगा। इससे न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी, बल्कि स्वच्छता बनाए रखने में भी सहायता मिलेगी।
4. एकल उपयोग प्लास्टिक पर रोकथाम
प्लास्टिक प्रदूषण पर गंभीरता दिखाते हुए बैठक में यह निर्देश दिया गया कि पॉलीथीन कैरी बैग के थोक विक्रेताओं के यहाँ सघन छापेमारी की जाए। इसके अलावा, प्लास्टिक मुक्त सीतामढ़ी बनाने के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। नगर निगम एवं अन्य नगर निकायों को इस अभियान में विशेष सहयोग देने के निर्देश दिए गए।
5. वायु एवं ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण
जिला पदाधिकारी श्री रिची पाण्डेय ने वायु एवं ध्वनि प्रदूषण के गंभीर प्रभावों पर चर्चा की और संबंधित विभागों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण हेतु सख्त निगरानी रखी जाएगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
सार्वजनिक भागीदारी पर जोर
पर्यावरण संरक्षण केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं है, बल्कि इसमें आम जनता की भी सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। इस बैठक में नागरिकों को प्रेरित करने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों, शिक्षण संस्थानों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को भी जोड़ने पर विचार किया गया।
जागरूकता अभियानों के माध्यम से लोगों को यह समझाने का प्रयास किया जाएगा कि वे अपने स्तर पर कैसे योगदान कर सकते हैं। इसके लिए विभिन्न कार्यशालाओं, पोस्टर, बैनर एवं सोशल मीडिया अभियानों का सहारा लिया जाएगा।
निष्कर्ष
इस बैठक में लिए गए निर्णयों को लागू करने हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया कि वे जल्द से जल्द अपनी कार्य योजना प्रस्तुत करें। आने वाले दिनों में गंगा एवं उसकी सहायक नदियों की सफाई, वृक्षारोपण, पुराने घाटों का जीर्णोद्धार, सीवर ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना एवं प्लास्टिक मुक्त अभियान को प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा।
यह बैठक पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी और सीतामढ़ी जिले को स्वच्छ एवं हरित बनाने में सहायता करेगी।