समाहरणालय में हुई बैठक में कौशल विकास योजनाओं पर गहन चर्चा
27 जनवरी 2025 को जिला समाहरणालय स्थित विमर्श सभाकक्ष में जिलाधिकारी रिची पांडेय की अध्यक्षता में जिला कौशल समिति (डिस्ट्रिक्ट स्किल कमिटी) की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले के युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करना था। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, स्थानीय उद्योगों के प्रतिनिधियों और अन्य संबंधित संस्थानों ने भाग लिया।
बैठक के मुख्य बिंदु
युवाओं के कौशल विकास पर जोर
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कौशल विकास योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक युवाओं तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है, ताकि जिले के युवा आत्मनिर्भर बन सकें। इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से संचालित करने का निर्देश दिया गया।
स्थानीय उद्योगों से समन्वय
बैठक में इस बात पर विशेष चर्चा हुई कि स्थानीय उद्योगों के साथ तालमेल बढ़ाया जाए। इससे युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराए जा सकेंगे। जिला प्रशासन ने सुझाव दिया कि स्थानीय कंपनियों के साथ मिलकर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि युवाओं को उनके अनुसार प्रशिक्षित किया जा सके।
हर क्षेत्र के युवाओं की जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षण
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले युवाओं की जरूरतों को समझते हुए उनके लिए उपयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किए जाएं। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की भौगोलिक एवं औद्योगिक विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए कौशल विकास की योजनाएँ बनाई जाएँ, जिससे युवाओं को अपने क्षेत्र में ही रोजगार के अवसर मिल सकें।
कुशल युवा कार्यक्रम की समीक्षा

बैठक में कुशल युवा कार्यक्रम (KYP) के अंतर्गत चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाया जाए, ताकि अधिक से अधिक युवा इस योजना का लाभ उठा सकें। इसके साथ ही, उन्होंने KYP के विभिन्न केंद्रों का निरीक्षण करने और वहां उपलब्ध सुविधाओं का मूल्यांकन करने के निर्देश भी दिए।
विभिन्न संस्थानों के योगदान पर चर्चा
इस बैठक में आर शेट्टी, जन शिक्षण संस्थान, प्रधानमंत्री कौशल केंद्र और अन्य प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा प्रदान किए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी ली गई। जिलाधिकारी ने इन संस्थानों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने कार्यक्रमों को और अधिक प्रभावी बनाएं और युवाओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नए पाठ्यक्रम विकसित करें।
समन्वित प्रयासों की अपील
अंत में, जिलाधिकारी ने सभी विभागों से आपसी समन्वय स्थापित करने और कौशल विकास कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से लागू करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि सभी विभाग मिलकर कार्य करें तो जिले के युवाओं को बेहतर भविष्य दिया जा सकता है।
निष्कर्ष
यह बैठक जिले के युवाओं के भविष्य को संवारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। सरकार द्वारा चलाई जा रही कौशल विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सभी संबंधित विभागों को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। स्थानीय उद्योगों के सहयोग से और युवाओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, कौशल विकास कार्यक्रमों को और अधिक उपयोगी बनाया जा सकता है।
जिला प्रशासन ने इस दिशा में अपने प्रयासों को और तेज करने की प्रतिबद्धता जताई है। उम्मीद है कि इस बैठक में लिए गए निर्णयों के परिणामस्वरूप जिले के युवाओं को अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।