अवैध खनन माफियाओं पर काल की तरह मंडरा रहे एसडीएम राजीव निगम!

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खनन माफियाओं पर एसडीएम की सख्त कार्रवाई:
निघासन नगर पंचायत के पास बुद्दीपुरवा में अवैध खनन की सूचना मिलने पर एसडीएम राजीव निगम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर एक ट्रैक्टर ट्रॉली को सीज कर दिया। इस कार्रवाई ने खनन माफियाओं के बीच खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। एसडीएम की सख्ती का आलम यह है कि एक के बाद एक खनन माफिया इलाके से गायब होते जा रहे हैं।

अवैध खनन: एक गंभीर समस्या
अवैध खनन केवल सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण को भी गहरा आघात पहुंचाता है। नदियों का संतुलन बिगड़ता है, मिट्टी का कटाव बढ़ता है और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट गहराने लगता है। ऐसे में एसडीएम राजीव निगम की यह कार्रवाई न केवल कानूनी रूप से बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

एसडीएम की कार्यशैली और जनता का समर्थन:
एसडीएम राजीव निगम की कार्यशैली का सबसे बड़ा पहलू उनकी त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई है। जब भी अवैध खनन की सूचना मिलती है, वह तुरंत मौके पर पहुंचते हैं और बिना किसी दबाव के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं। उनके इस साहसिक कदम को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है।

खनन माफियाओं के लिए चेतावनी:
एसडीएम राजीव निगम ने स्पष्ट कर दिया है कि अवैध खनन किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने खनन माफियाओं को चेतावनी दी है कि या तो वे अवैध खनन करना बंद कर दें या फिर निघासन तहसील छोड़ दें। उनकी इस चेतावनी ने माफियाओं के बीच डर का माहौल पैदा कर दिया है।

अवैध खनन रोकने के लिए उठाए गए कदम:

  1. सूचना तंत्र मजबूत करना: एसडीएम ने स्थानीय लोगों को प्रोत्साहित किया है कि वे अवैध खनन की जानकारी प्रशासन को दें।
  2. सघन छापेमारी अभियान: नियमित रूप से छापेमारी कर अवैध खनन को रोका जा रहा है।
  3. दंडात्मक कार्रवाई: दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर जुर्माना और सजा दी जा रही है।
  4. सामुदायिक भागीदारी: जनता को जागरूक किया जा रहा है कि वे अवैध खनन के दुष्प्रभावों को समझें और इसे रोकने में सहयोग करें।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम:
एसडीएम राजीव निगम की यह कार्रवाई केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है। यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। अवैध खनन से होने वाले नुकसान को रोककर वे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

निष्कर्ष:
एसडीएम राजीव निगम ने अपनी सख्त कार्यशैली और निडरता से यह साबित कर दिया है कि अगर प्रशासनिक इच्छाशक्ति हो तो किसी भी समस्या का समाधान संभव है। उनकी यह कार्रवाई न केवल निघासन बल्कि पूरे जिले के लिए एक मिसाल है। अवैध खनन माफियाओं पर उनकी यह सख्ती आने वाले समय में अन्य अधिकारियों के लिए भी प्रेरणा बनेगी।

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