मां जानकी, साढ़े आठ करोड़ मिथिलावासियों के लिए न केवल सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर हैं, बल्कि उनकी पहचान और गौरव का प्रतीक भी हैं। पुनौराधाम, जिसे माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है, अब अयोध्या की तरह एक भव्य और दिव्य जानकी मंदिर का साक्षी बनने जा रहा है। इस परियोजना के लिए केंद्र और बिहार की एनडीए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। दरभंगा के सांसद और लोकसभा में भाजपा के सचेतक डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने इस महत्वाकांक्षी योजना का ऐलान सीतामढ़ी में किया।
जानकी मंदिर के लिए विशेष पहल
डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथिला के विकास के लिए 500 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान घोषित किया है। इसके लिए वह केंद्र सरकार के समक्ष मजबूती से अपनी बात रखेंगे। यह राशि पुनौराधाम में भव्य जानकी मंदिर के निर्माण और वहां माता जानकी की दिव्य प्रतिमा की स्थापना के लिए उपयोग की जाएगी। यह परियोजना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक विकास भी सुनिश्चित होगा।
मिथिला और मैथिली का सम्मान बढ़ा
डॉ. ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मैथिली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कर मिथिला के गौरव को नई ऊंचाई दी है। यह कदम न केवल मैथिली भाषा और साहित्य को बढ़ावा देता है, बल्कि पूरे मिथिला क्षेत्र को एक नई पहचान भी देता है।
रामायण सर्किट और कनेक्टिविटी का विकास
डॉ. ठाकुर ने रामायण सर्किट के अंतर्गत मिथिला क्षेत्र और नेपाल के जनकपुर के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में हो रहे कार्यों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह परियोजना धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करेगी। इसके अलावा, दरभंगा से सीतामढ़ी, रक्सौल, अयोध्या और दिल्ली के लिए अमृत भारत ट्रेन की सुविधा, जयनगर-नरकटियागंज टू-लेन सड़क निर्माण, और सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करना इस क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं।
पुनौराधाम का ऐतिहासिक महत्व
पुनौराधाम, जिसे माता सीता की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है, मिथिला की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का केंद्र है। यहां जानकी जन्मभूमि न्यास और सीताकुंड जैसे ऐतिहासिक स्थल स्थित हैं। सांसद डॉ. ठाकुर ने कहा कि इन स्थलों के सौंदर्यीकरण और विकास के लिए विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं।
स्थानीय नेतृत्व का समर्थन
सीतामढ़ी में भाजपा जिलाध्यक्ष मनीष कुमार गुप्ता, विधायक मिथिलेश कुमार, और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सांसद डॉ. ठाकुर का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने इस परियोजना को क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

मां जानकी मिथिला क्षेत्र में शक्ति और आदर्श की प्रतीक हैं। उनका महिमा मंडन न केवल मिथिला, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। डॉ. ठाकुर ने कहा कि अयोध्या की तरह पुनौराधाम में भव्य जानकी मंदिर का निर्माण मिथिला की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को विश्व स्तर पर स्थापित करेगा।
मिथिला के विकास के लिए प्रतिबद्धता
सांसद डॉ. ठाकुर ने केंद्र और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि मिथिला और मैथिली के सर्वांगीण विकास के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों ही मिथिला के विकास के लिए समर्पित हैं।
मंदिर निर्माण में स्थानीय सहयोग
मंदिर निर्माण के दौरान स्थानीय समुदाय और धार्मिक संगठनों का सहयोग महत्वपूर्ण होगा। सांसद ने कहा कि पुनौरामठ न्यास के महंथ कौशल किशोर दास महाराज और अन्य धार्मिक नेताओं से इस परियोजना के लिए मार्गदर्शन लिया जाएगा।
चिकित्सा शिविर और सामाजिक सेवा
पुनौराधाम में आयोजित चिकित्सा शिविर में भाग लेते हुए सांसद डॉ. ठाकुर ने स्वर्गीय सुशील मोदी सेवा सप्ताह के तहत चल रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की सामाजिक सेवाएं मिथिला क्षेत्र में स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देंगी।
मिथिला के लिए भविष्य की योजनाएं
डॉ. ठाकुर ने कहा कि मिथिला के विकास को विश्व स्तर पर स्थापित करने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं। इनमें सीताकुंड का सौंदर्यीकरण, धर्मशालाओं का निर्माण, और धार्मिक स्थलों का विकास शामिल है।
निष्कर्ष
पुनौराधाम में अयोध्या की तरह भव्य जानकी मंदिर का निर्माण मिथिला के लिए एक ऐतिहासिक कदम होगा। यह परियोजना न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे क्षेत्र का आर्थिक और सामाजिक विकास भी सुनिश्चित होगा। सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर और केंद्र सरकार की यह पहल मिथिला के गौरव को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।
इस परियोजना के माध्यम से मिथिला न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा। मां जानकी के प्रति यह श्रद्धांजलि मिथिला के लोगों के लिए गर्व का विषय है।